मौजूदा समय में बैंक से लेनदेन करने के लिए चेक ऑथेंटिक माध्यम है जिससे फ्रॉड होने की संभावना कम होती है. लेकिन चेक बाउंस होने के सम्बन्ध में पेनाल्टी के साथ कानूनी प्रक्रिया भी होती है. अर्थात, चेक उपयोग सही तरीके से करते है तो यह फायदेमंद है लेकिन बाउंस होने पर नुकसान भी पहुंचाता है. भारतीय कानून के अनुसार चेक बाउंस होने कानूनी अपराध है जिसके तहत पेनल्टी या जेल हो सकती है. अगर आपका भी चेक बाउंस हुआ है तो परेशान होने के जगह जरुरी कदम उठाना जरुरी है. इस लेख में हमने चेक बाउंस होने पर आप क्या क्या कर सकते है उसकी पूरी जानकारी दिया है, जो आपको पेनल्टी या जेल से बचा सकता है.
Cheque बाउंस एप्लीकेशन लिखे
सेवा में,
श्रीमान शाखा प्रबंधक महोदय,
बैंक का नाम एवं शाखा का नाम लिखे
विषय: चेक बाउंस होने के सम्बन्ध में बैंक को पत्र
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं जिकेश कुमार, आपके बैंक का एक खाताधारक हूँ. महोदय मैंने अपने बैंक खाते से एक चेक संख्या ……………… दिनांक …../……/……… को रमेश प्रजापति को भुगतान के लिए दिया किया था. लेकिन रमेश ने जब उस चेक को जब बैंक में जमा किया गया, तो वह बाउंस हो गया. महोदय ऐसा क्यों हुआ कुछ समझ नही आ रहा है चेक का विवरण इस प्रकार है.
- चेक संख्या: …………………..
- राशि: ₹ ……………..
- जारी करने की तारीख: …./……/……
- प्राप्तकर्ता का नाम: रमेश प्रजापति
महोदय, मेरा चेक बाउंस होने से कई समस्याएँ हो रही है और रमेश पैसा का मांग कर रहा है. अतः आपके नम्र निवेदन है कि कृपया मुझे निम्न जानकारी प्रदान करे.
- चेक बाउंस होने का कारण बताए.
- यदि किसी प्रकार की गलती या तकनीकी समस्या है, तो कृपया उसकी जानकारी दे.
- चेक भुगतान या अन्य विकल्प के लिए मुझे क्या करना चाहिए.
कृपया मेरी सहायता करें ताकि मैं इस समस्या को जल्द समाधान कर सकूँ. धन्यवाद!
आपका विश्वासी
नाम: जिकेश कुमार
अकाउंट नंबर: ………………..
मोबाइल नंबर: …………………….
हस्ताक्षर: ………………….
नोट: चेक बाउंस होने पर आवेदन पत्र लिखने के बाद पत्र के साथ जरुरी डाक्यूमेंट्स लगाना अनिवार्य है. बिना डाक्यूमेंट्स के पत्र स्वीकार नही होगा.
चेक बाउंस होने का कारण
- जितना पैसा चेक में दिया है उतना पैसा अकाउंट में न होना.
- चेक की वैधता समाप्त होना.
- चेक जारी होने की तारीख से 3 से 6 महिना बाद जमा करना.
- बैंक में चेक पर किया गया हस्ताक्षर मेल न खाना.
- चेक पर अकाउंट नंबर न होना या अकाउंट नंबर में एरर होना.
- चेक पर लिखे हुए नाम में गलती होना.
- बैंक अकाउंट बंद होना अर्थात एक्टिव न होना.
- चेक पर ओवर-राइटिंग करना आदि चेक बाउंस होने का सबसे प्रमुख कारण है.
चेक बाउंस का नया नियम
नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट की धारा 138 के तहत चेक बाउंस होने पर इसे एक दंडनीय अपराध माना जाता है. इस एक्ट के तहत दोषी पाए गए व्यक्ति को दो साल तक की कठोर जेल की सजा हो सकती है. इसके अतिरिक्त चेक की कुल राशि के दोगुने तक का भारी जुर्माना भी लगाया जा सकता है.
लेकिन यह तभी हो सकता है जब चेक वैध समय में जमा किया गया हो, रिटर्न मेमो मिले हो, और Cheque जारी करने वाले को लिखित नोटिस भेजें हो. अगर वह नोटिस मिलने के 15 दिन के अंदर भुगतान नहीं करे तो उसपर जेल या जुर्माना लगाया जा सकता है.
नोट: अगर चेक बाउंस होने के समबन्ध में अधिक जानकारी नही है तो बैंक में आवेदन पत्र लिखकर अधिक जानकारी हेतु रिक्वेस्ट कर सकते है. बैंक आपकी मदद करेगी साथ ही जरुरी कदम भी बताएगी.
FAQs
जब बैंक किसी चेक का भुगतान करने से इंकार कर देता है और उसे भुगतान न होने के कारण वापस कर देता है, तो उसे चेक बाउंस कहा जाता है.
खाते में बैलेंस नहीं होना
चेक पर गलत हस्ताक्षर
चेक की वैधता समाप्त होना
चेक में कटिंग या ओवरराइटिंग
बैंक में तकनीकी एरर
खाते का बंद होना
हाँ, यदि चेक किसी भुगतान के लिए दिया गया था और वह बाउंस हो जाता है, तथा नोटिस के बाद भी 15 दिनों में भुगतान नहीं करते है, तो यह अपराध माना जाता है.
सबसे पहले रिटर्न मेमोकी कॉपी लें, और 30 दिनों के अंदर भुगतान मांगने के लिए लिखित नोटिस भेजें. अगर इतने से काम नही होता है आगे की कार्यवाही किया जाएगा.
